इमामचौकों पर रखे गए ताजिया, हुई नियाज फातिहा

हजरत इमाम हुसैन व अहले बैत के नाम से दिलायी गयी फातिहा, मेले का उठाया लुत्फ

गोरखपुर। नौवीं मुहर्रम को तमाम इमामचौकों पर ताजिया रख दिए गए। हजरत इमाम हुसैन व उनके साथियों के नाम से फातिहा दिलायी। घरों में मलीदा, शर्बत व खिचड़ा बनाकर गरीबों में बांटा गया। अकीदतमंदों ने इमामचौकों पर बड़े ताजिया के साथ छोटे ताजिया मन्नत के तौर पर रखे।
घरों व मस्जिदों में जिक्रे हुसैन की महफिल हुई। करबला की दास्तान बतायी गयी।
वहीं इमामबाड़ा स्टेट में मेला अपने शबाब पर हैं। जहां लोग हजरत रौशन अली शाह रह. की मजार पर फातिहा पढ़ रहे थे वहीं लोग सोन् चांदी की ताजिया का दीदार भी कर रहे थे। खरीददारी भी जमकर हो रही थी। कई सामानों पर भारी छूट दी जा रही थी। पूरी रात मेला परिसर लोगों से भरा रहा।
बक्शीपुर, अस्करगंज, मियां बाजार, छोटे काजीपुर, खुनीपुर, रहमतनगर सहित तमाम मुहल्लों के जुलूस निकले।
देर रात लाइन की ताजिया का जुलूस निकला। जिसमें 250 से ज्यादा ताजियां आकर्षण का केंद्र रही। लाइन की ताजियों का यह जुलूस गोलघर, बनकटी चक, रेलवे कालोनी, बिछिया कालोनी, घोषी पुरवा, गोरखनाथ, रसूलपुर, हुमायूंपुर सहित तमाम जगहों से निकला। इसका केंद्र गोलघर रहा।

----------------------------



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

आखिर सात दरवाजों में क्यूं बंद रहता है सोना - चांदी का ताजिया

मोहम्मद हसन की कयादत ,छह माह आजाद गोरखपुर

राजा शाह इनायत अली ने देश के लिए कुर्बान किया जीवन