मुसलमानों ने विज्ञान के हर क्षेत्र में खिदमत दी : खैरुल बशर
-एसपी सिटी हेमराज मीणा ने मेधावियों को किया सम्मानित
गोरखपुर। मुस्लिम इमदादिया कमेटी ऑफ एजुकेशन के तत्वावधान में एमएसआई इंटर कालेज बक्शीपुर में हाईस्कूल व इंटर के मेधावियों को एसपी सिटी हेमराज मीणा ने सम्मानित किया। करीब 150 मेधावियों को मेडल व प्रमाण पत्र दिया गया।सीओ कैंट अभय कुमार मिश्रा ने भी मेधावियों का उत्साहवर्द्धन किया।
बतौर मुख्य अतिथि हेमराज मीणा ने कहा कि शिक्षा किसी भी समुदाय की रीढ़ होती हैं। कोई समाज तब तक उन्नति नहीं कर सकता जब तक कि वह शिक्षा हासिल नहीं करेगा। उन्होंने मेधावियों से आह्वान किया कि पूरा मन लगाकर आगे पढ़ाई करें और जीवन पर्यन्त प्रत्येक क्षेत्र में मेधावी बनें रहें और अपने लक्ष्य को हासिल किए बिना न रुके। लक्ष्य को प्राप्त कर वह अपने देश व समाज की सेवा करें। शिक्षा के साथ संस्कार भी हासिल करें। संस्कार के बिना शिक्षा व्यर्थ है। बच्चियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना बेहद जरुरी हैं। उन्होंने अपने जीवन के अनुभव शेयर किए।
मुख्य वक्ता काउंसलर खैरुल बशर ने कहा कि मुसलमानों ने विज्ञान के हर क्षेत्र में अपनी खिदमतों को अंजाम दिया है और विज्ञान को मजबूती प्रदान की है। खुद कुरआन में 1000 आयत ऐसी है, जिन का सम्बन्ध वैज्ञानिक क्षेत्र से है। विज्ञान का कोई क्षेत्र ऐसा नही जिसमे मुसलमानों ने अपनी खिदमतों को अंजाम न दिया हो।
मुसलमानों के लिए ज्ञान के क्या मायने हैं, उसे कुरआन ने अपनी पहली ही आयत में स्पष्ट कर दिया था। अतीत में मुसलमानों ने इसी आयत करीमा का पालन करते हुए वह स्थान प्राप्त कर लिया था जिस के बारे में आज कोई विचार नही कर सकता। उन्होंने कुरआन पढ़ने उसके माना समझने की अपील करते हुए नबी से ताल्लुक जोड़ने की बात भी कहीं। इल्म हासिल करने और सही दिशा में प्रयासरत रहने की बात भी की। उन्होंने बच्चों की नि:शुल्क काउंसलिंग के लिए विशेष व्यवस्था प्रदान करने पर सहमति दी।
इमाम चौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के अब्दुल्लाह ने कहा कि जीवन का एक लक्ष्य बनाएं और उसे प्राप्त करने को पूरे मन से जुट जायें तो उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता।
संत विनोबा पीजी कालेज देवरिया की डा. नाजिश बानों, नवेद आलम, मोहम्मद आजम ने कहा कि आप शिक्षा की अहमियत समझें। शिक्षा अच्छे बुरे का फर्क सिखाती हैं। नैतिकता सिखा कर हमारा मार्गदर्शन करती है और कामयाब इंसान बनाती हैं।
अध्यक्षता बदरे आलम अंसारी व संचालन मोहम्मद अयूब अली अंसारी ने किया।
इस दौरान मोहम्मद शाहिद, नवेद, आजम, इरफान, आसिफ, हेसामुल हसन, डा. इम्तियाज लारी, नजरुल हसन, जावेद आलम, नबीउल्लाह, मोहम्मद वकील, मोहम्मद वसीम, हारिस, फिरोज, शाद अबरार, इरफान, इस्लामुल, महबूब आलम, रैयान मुजीब, महजबी, नसरीन खान, नफीस, अरशद अली सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
यह मेधावी हुए सम्मानित
सबा परवीन, सदफ नौशाद, नूर फात्मा, उमरा खातून, निगार फातिमा, सबा, मोहम्मद जैद, जरीना खातून, सलमा युसूफ खान, मुजम्मिल, सना, सादिक, अलीना, सायरा, सूफिया, जीनत, लक्ष्मी. कनौजिया, जेबा, हुजैफा, अंजुम, अर्चना, शादाब, मोबस्सिर अहमद, अलकमा, जेबा खातून, शादाब, सैफ अली, महविश फातिमा, उरुज फातिमा, अनजर, आमिर, जरीना, फैसल, सईदुज्जमा हिना आदि सहित 150 मेधावी सम्मानित हुए।



टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें