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शहादत दिवस पर इमाम हसन को शिद्दत से किया याद

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  गोरखपुर। हज़रत सैयदना इमाम हसन रदियल्लाहु अन्हु के शहादत दिवस पर मंगलवार को  तुर्कमानपुर में संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि नेपाल के सैयद हसनैन हमदानी ने कहा कि हज़रत सैयदना इमाम हसन के वालिद हज़रत सैयदना अली तथा आपकी वालिदा हज़रत फातिमा ज़हरा हैं। आपका जन्म मदीना में हुआ। आपकी सूरत पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से बहुत अधिक मिलती थी। आपका पालन पोषण आपके माता-पिता व आपके नाना पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की देखरेख में हुआ तथा इन तीनों महान हस्तियों ने मिलकर हज़रत इमाम हसन में मानवता के समस्त गुणों को विकसित किया। नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि भलाई करना, हज़रत इमाम हसन के व्यक्तित्व की विशेष पहचान है। हज़रत इमाम हसन वंचितों और पीड़ितों की आशा की किरण थे। हजरत इमाम हसन बहुत अधिक नैतिकता और इंसानी गुणों के मालिक थे, वह विनम्र, सम्माननीय, सुशील, दानी, क्षमा करने वाले और लोगों के मध्य पसंदीदा महान हस्ती थे। आपकी शहादत सफ़र माह की 28 तारीख को हुई। आपके पीने के पानी मे ज़हर मिला दिया गया था, यही ज़हर आपकी शहादत का कारण बना। ...

जश्न-ए-आज़ादी : मकतब इस्लामियात में शान से लहराया तिरंगा, हुई संगोष्ठी

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  अल्लामा फज़ले हक़ खैराबादी को किया याद Syed Farhan Ahmad Qadri  गोरखपुर। स्वतंत्रता दिवस का जश्न मकतब इस्लामियात चिंगी शहीद इमामबाड़ा तुर्कमानपुर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मकतब इस्लामियात के कारी मोहम्मद अनस रजवी, हाफिज सैफ अली, हाफिज अशरफ रज़ा, इंजमाम खान, आतिफ ने शान के साथ ध्वजारोहण किया। सना, सादिया, शिफा, नूर फातिमा, रहमत अली, मो. नसीम, मो. शाद, मो. सफियान, अब्दुस समद, अशरफ अली, उजैन आदि ने कौमी तराना, देश प्रेम पर आधारित गीत पेश किया। देश की आज़ादी के लिए कुर्बानी देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शिद्दत से याद करते हुए संगोष्ठी हुई। अध्यक्षता मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी ने की। संचालन हाफिज सैफ व मौलाना दानिश रज़ा अशरफी ने किया। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत अदीबा फातिमा ने की।  मुख्य अतिथि एमएसआई इंटर कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षक मुख्तार अहमद ने बच्चों को शिक्षा हासिल करने की नसीहत की। जंगे आज़ादी के तमाम पहलुओं पर प्रकाश डाला। कहा कि मुगल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र ने उलमा किराम को बुलाया और मशवरा तलब किया कि अंग्रेजों के ख़िलाफ़ जंग क्या मायने रखती है क्या ...

मदरसों ने निकाली तिरंगा यात्रा, गूंजा हिंदुस्तान जिंदाबाद

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-15 अगस्त तक होंगे विविध कार्यक्रम गोरखपुर। जिले के सभी अनुदानित और गैर-अनुदानित मान्यता प्राप्त मदरसों में "हर घर तिरंगा" अभियान के तहत मंगलवार को मदरसा रजविया मेराजुल उलूम चिलमापुर, मदरसा अरबिया मिस्बाहुल उलूम असौजी बाज़ार, मदरसा अरबिया शमशुल उलूम सिकरीगंज, मदरसा मकतब इस्लामिया बहरुल उलूम बड़गो, बरईपार, मदरसा जामिया रजविया अहले सुन्नत गोला बाजार में तिरंगा यात्रा निकाली गई। हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए। शपथ दिलाई गई। मदरसों के विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया।  जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने बताया कि 13 से 15 अगस्त तक मदरसों में तिरंगा यात्राएं, तिरंगा रैलियां, तिरंगा दौड़ और मैराथन, तिरंगा संगीत कार्यक्रम, तिरंगा कैनवास, तिरंगा प्रतिज्ञा, तिरंगा सेल्फी और तिरंगा कृतज्ञता जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन गतिविधियों का उद्देश्य तिरंगे के सम्मान को बढ़ावा देना और उसकी महत्ता को उजागर करना है। स्थानीय समुदाय में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति गर्व और सम्मान की भावना को मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता की 77वीं व...

मदरसों में बायोमैट्रिक उपस्थिति के आदेश का विरोध, सौंपा ज्ञापन

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  गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के अनुदानित मदरसों में बायोमैट्रिक उपस्थिति के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। मदरसों में बायोमैट्रिक उपस्थिति का विरोध आल इण्डिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया द्वारा किया जा रहा है। मंगलवार को एसोसिएशन से जुड़े मदरसा शिक्षकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर इस आदेश को वापस लेने की मांग की है। मदरसा जामिया रजविया मेराजुल उलूम चिलमापुर के प्रधानाचार्य मौलाना मसरूफ़ अहमद निजामी ने कहा कि एसोसिएशन के निर्देश पर जिले के सहायता प्राप्त प्रधानाचार्यों, ‌शिक्षकों व कर्मचारियों ने बायोमेट्रिक उपस्थिति का आदेश वापस लेने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। दैनिक उपस्थिति आधार पर आधारित बायोमैट्रिक/फेस आथन्टिकेशन अटेंडेंस सिस्टम से शिक्षण व्यवस्था पर खराब असर पड़ेगा इसलिए आदेश को स्थगित किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में मदरसा जियाउल उलूम पुराना गोरखपुर गोरखनाथ के प्रधानाचार्य मौलाना नूरुज्जमा मिस्बाही, मदरसा अंजुमन इस्लामिया खूनीपुर के प्रधानाचार्य कारी नसीमुल्लाह, डॉ. अज़ीम फारुकी, मौलाना ...

`जानिए कैसे आबाद हुआ जाफ़रा बाज़ार`

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  *_8 सफर (14 अगस्त 2024) उर्स-ए-मुबारक पर स्पेशल_* `गोरखपुर की विलायत मिली हज़रत मीर सैयद कयामुद्दीन शाह अलैहिर्रहमा को` `मुगल शहंशाह शाहज़हां (1627-1658 ई.) के जमाने में कायम हुई शहर की दूसरी सबसे पुरानी मस्जिद व रौजा` `14 अगस्त 2024 को है हज़रत मीर सैयद कयामुद्दीन शाह  का 318वां उर्स-ए-पाक` `जानिए कैसे आबाद हुआ जाफ़रा बाज़ार` गोरखपुर। जाफ़रा बाज़ार में आबाद 'सब्जपोश' खानदान बहुत पुराना है। गोरखपुर के सबसे प्रतिष्ठित मुस्लिम घराने में इसका शुमार है। 14 अगस्त 2024 को इस खानदान के और गोरखपुर के बड़े वली हज़रत मीर सैयद कयामुद्दीन शाह का 318वां उर्स-ए-पाक है। इस मौके पर पेश है खानदान-ए-सब्जपोश की दास्तान। सैयद शाहिद अली शाह सब्जपोश अपनी किताब 'दीवाने फानी' में अपने खानदान सब्जपोश के बारे में लिखते हैं कि सुल्तान सिकंदर लोदी के जमाने में उनके पूर्वज सैयद अहमद मक्की नजफ अशरफ़ से हिन्दुस्तान तशरीफ़ लाए और अयोध्या में ठहर गए। सैयद अहमद मक्की के साहबजादे हज़रत मीर सैयद मूसा हज़रत सैयद असद्दुदीन आफताबे हिन्द जफ़राबादी के मुरीद व जलीलुलकद्र ख़लीफा थे। आपकी औलाद से चंद पुश्तों के...

Haj 2025 : हज आवेदन शुरू, अंतिम तिथि नौ सितंबर

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गोरखपुर। हज 2025 के लिए आवेदन 13 अगस्त से शुरू हो गया। हज आवेदन की अंतिम तिथि 9 सितंबर है। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज 2025 के लिए आवेदन की घोषणा कर दी है। हज कमेटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट या एंड्रॉयड मोबाइल एप 'हज सुविधा' के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। आवेदक के पास भारतीय अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट होना आवश्यक है। पासपोर्ट 15 जनवरी 2026 तक वैध होना जरूरी है।

परीक्षाओं में धांधली व भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ जंतर-मंतर पर छात्रों का हल्ला बोल

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विरोध प्रदर्शन में दिखी पुलिस की ज्यादती नई दिल्ली। परीक्षाओं में धांधली, पेपर लीक व भर्तियों में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ भगतसिंह जनअधिकार यात्रा, दिशा छात्र संगठन, नौजवान भारत सभा से जुड़े देश भर के तक़रीबन 12 राज्यों से सैकड़ों की संख्या में छात्र-युवाओं ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने जोरदार तरीके से अपनी बात रखी। हाथों में तख्तियां लिए छात्रों ने सरकार से सवाल किया। छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा मांगा है।  बताते चलें कि दिल्ली पुलिस ने जुटान से पहले ही अनुमति न होने का हवाला दे दिया था। इसके बावजूद जब छात्र-युवा संसद मार्ग थाने तक एक रैली की शक़्ल में पहुँच गये तब दिल्ली पुलिस के अफ़सरों को मजबूरन जंतर-मंतर पर सभा के लिए जगह देनी पड़ी। जंतर-मंतर पर चली सभा में अलग-अलग राज्यों से आए छात्र-युवा प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया। कोई भी प्रतिनिधि छात्र-युवाओं का ज्ञापन लेने तक नहीं आया। प्रदर्शनकारी जब ज्ञापन सौंपने के मक़सद से संसद मार्ग की ओर बढ़े तो दिल्ली पुलिस ने दमन व बल प्रयोग किया। छात्राओं तक को जमीन पर घसीटा गया। कईयों के कपड़े तक फट गये...